PM Vishwakarma Yojana 2025 भारत में पारंपरिक कारीगर और शिल्पकार देश की सांस्कृतिक और आर्थिक समृद्धि का एक अहम हिस्सा हैं। उनकी कला और हुनर से न केवल रोजगार पैदा होता है, बल्कि भारत की पहचान भी विश्व स्तर पर मजबूत होती है। इसी को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने “प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना 2025 (PM Vishwakarma Yojana)” की शुरुआत की है।
इस योजना का उद्देश्य परंपरागत कौशल से जुड़े कामगारों को सशक्त बनाना, उन्हें आर्थिक सहायता देना और आधुनिक तकनीक से जोड़ना है, जिससे वे अपने व्यवसाय को बढ़ा सकें और आत्मनिर्भर बनें।
आइए इस लेख में विस्तार से जानें कि पीएम विश्वकर्मा योजना 2025 क्या है, इसका लाभ कैसे मिलेगा, कौन पात्र है और आवेदन कैसे करें।
PM Vishwakarma Yojana 2025 – (त्वरित जानकारी)
विवरण | जानकारी |
---|---|
योजना का नाम | प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना 2025 |
शुरुआत | भारत सरकार द्वारा |
उद्देश्य | पारंपरिक कारीगरों व शिल्पकारों को आर्थिक सहायता, प्रशिक्षण व ऋण देना |
लाभ | टूलकिट सहायता, प्रशिक्षण, मानदेय, रियायती ऋण, डिजिटल प्रोफाइल |
कुल बजट | ₹13,000 करोड़ (2023-24 से 5 वर्षों के लिए) |
पात्रता | परंपरागत कौशल से जुड़े श्रमिक और कारीगर (OBC/SC/ST सहित) |
आवेदन माध्यम | ऑनलाइन और ऑफलाइन (CSC के माध्यम से) |
आधिकारिक वेबसाइट | www.pmvishwakarma.gov.in |
इसे भी पढे –
PM Vishwakarma Yojana 2025 का उद्देश्य
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक रूप से हस्तशिल्प, निर्माण, मरम्मत और सेवा से जुड़े श्रमिकों को वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान करना है। इसके जरिए सरकार उन्हें औपचारिक अर्थव्यवस्था से जोड़ना चाहती है, ताकि वे अपना व्यवसाय बढ़ा सकें और स्वरोजगार को बढ़ावा मिल सके।
योजना के अंतर्गत मिलने वाले लाभ
1. टूलकिट खरीदने के लिए सहायता
सरकार ₹15,000 की राशि टूलकिट सहायता के रूप में देती है, जिससे कारीगर अपने काम के लिए आवश्यक औजार खरीद सकें।
2. कौशल प्रशिक्षण और प्रमाणपत्र
योजना के तहत लाभार्थियों को आधुनिक उपकरणों व तकनीकों पर आधारित 5 से 10 दिनों का प्रशिक्षण दिया जाता है। प्रशिक्षण पूरा होने पर उन्हें प्रमाणपत्र और दैनिक मानदेय ₹500 प्रतिदिन भी मिलता है।
3. रियायती ऋण सुविधा
कारीगरों को दो चरणों में सस्ती ब्याज दर (5%) पर ऋण दिया जाता है:
- पहला ऋण: ₹1 लाख (18 महीने में चुकाने योग्य)
- दूसरा ऋण: ₹2 लाख (30 महीने में चुकाने योग्य)
4. डिजिटल प्रोफाइल व पहचान
लाभार्थियों को “PM Vishwakarma Certificate” और “ID Card” भी दिया जाता है, जिससे उन्हें सरकारी योजनाओं में प्राथमिकता दी जाती है।
5. ब्रांडिंग और मार्केटिंग सपोर्ट
सरकार द्वारा ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म, स्थानीय मेलों और प्रदर्शनियों के जरिए उनके उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा दिया जाएगा।
किन कारीगरों को मिलेगा लाभ? (18 पारंपरिक व्यवसाय)
यह योजना इन पारंपरिक कार्यों से जुड़े लोगों के लिए है:
- बढ़ई (Carpenter)
- लोहार (Blacksmith)
- सोनार (Goldsmith)
- मूर्तिकार (Sculptor)
- कुम्हार (Potter)
- राजमिस्त्री (Mason)
- नाई (Barber)
- धोबी (Washerman)
- दर्जी (Tailor)
- माली (Gardener)
- मोची (Cobbler)
- ताला-चाबी बनाने वाले (Locksmith)
- मछली पकड़ने का जाल बनाने वाले (Fishing Net Maker)
- खिलौना निर्माता
- चर्म शिल्पकार
- हथकरघा बुनकर
- टोकरी और चटाई बुनने वाले
- पारंपरिक औजार बनाने वाले
PM Vishwakarma Yojana 2025 के लिए पात्रता
- आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए।
- आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- परंपरागत कारीगर/शिल्पकार होना अनिवार्य है।
- परिवार का कोई सदस्य पहले इस योजना का लाभ न लिया हो।
- पहले किसी स्वरोजगार योजना से ऋण न लिया हो।
PM Vishwakarma Yojana में आवेदन कैसे करें?
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया:
- सबसे पहले www.pmvishwakarma.gov.in वेबसाइट पर जाएं।
- होमपेज पर ‘Apply Now’ बटन पर क्लिक करें।
- आधार नंबर और OTP के जरिए लॉगिन करें।
- आवेदन फॉर्म को सही जानकारी के साथ भरें।
- आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
- फॉर्म सबमिट करें और आवेदन संख्या सुरक्षित रखें।
दस्तावेज़ों की सूची:
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक
- पासपोर्ट साइज फोटो
- कार्य से संबंधित प्रमाण (यदि हो)
- मोबाइल नंबर
- जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
महत्वपूर्ण लिंक (Important Links)

क्र. | विवरण | लिंक |
---|---|---|
1. | आधिकारिक वेबसाइट | www.pmvishwakarma.gov.in |
2. | ऑनलाइन आवेदन लिंक | यहां क्लिक करें |
3. | योजना का ऑफिसियल ब्रोशर (PDF) | यहा क्लिक करे |
इसे भी पढे – Indian Overseas Bank LBO Recruitment 2025: 400 पदों पर स्थानीय बैंक अधिकारी की भर्ती शुरू, जल्दी करें आवेदन
PM Vishwakarma Yojana 2025 की खास बातें
- इसे MSME मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है।
- इस योजना में राज्य सरकार और केंद्र सरकार दोनों की साझेदारी है।
- इसका उद्देश्य रोजगार सृजन के साथ-साथ “Vocal for Local” को बढ़ावा देना है।
निष्कर्ष (Conclusion)
PM Vishwakarma Yojana 2025 एक सराहनीय पहल है जो भारत के परंपरागत कारीगरों और शिल्पकारों को न सिर्फ आर्थिक रूप से सशक्त बनाती है, बल्कि उन्हें डिजिटल और तकनीकी युग से भी जोड़ती है। यदि आप या आपका कोई जानकार इस क्षेत्र से जुड़ा है, तो इस योजना का पूरा लाभ अवश्य उठाएं।
FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Q1. क्या PM Vishwakarma Yojana सभी राज्यों में लागू है?
हां, यह योजना भारत के सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में लागू है।
Q2. क्या इसमें महिलाएं भी आवेदन कर सकती हैं?
हां, महिलाएं भी यदि किसी पारंपरिक कारीगरी से जुड़ी हैं तो आवेदन कर सकती हैं।
Q3. प्रशिक्षण के दौरान कितना मानदेय मिलता है?
प्रशिक्षण के दौरान ₹500 प्रतिदिन दिया जाता है।
Q4. आवेदन के लिए क्या उम्र सीमा है?
आवेदक की आयु न्यूनतम 18 वर्ष होनी चाहिए।
Q5. योजना के तहत कितना लोन मिलेगा?
पहले चरण में ₹1 लाख और दूसरे चरण में ₹2 लाख तक लोन मिल सकता है।