How to Become a Dentist in India – दोस्तों, क्या आप जानते हैं कि How to Become a Dentist in India डेंटिस्ट कैसे बना जाता है? क्या आप जानते हैं कि डेंटिस्ट बनने के लिए क्या पढ़ाई करनी चाहिए? अगर आप नहीं जानते कि इस क्षेत्र में कौन-सा कोर्स करना है, तो आप सही जगह पर आए हैं। यहां हम आपको बताएंगे कि अगर कोई डेंटिस्ट बनना चाहता है तो उसे कौन-सा कोर्स करना होगा, कहां से पढ़ाई कर सकते हैं, कोर्स की अवधि कितनी है और इसकी फीस कितनी होगी। तो चलिए, बिना समय गंवाए जानना शुरू करते हैं!
Dentist कौन होते हैं?

How to Become a Dentist in India
दाँतों का डॉक्टर (Dentist) एक स्वास्थ्य विशेषज्ञ होते हैं जो दांतों और मसूड़ों से जुड़ी समस्याओं का निदान, रोकथाम और इलाज करते हैं। जैसे अलग-अलग हिस्सों के इलाज के लिए अलग-अलग डॉक्टर होते हैं, वैसे ही दांतों की समस्याओं के इलाज के लिए भी डेंटिस्ट होते हैं।
Dentistry में विशेषताएं
दंत चिकित्सा (Dentistry) में विभिन्न विशेषज्ञताएं होती हैं जैसे कि Orthodontics, Endodontics, Periodontics, and Oral Surgery. हर क्षेत्र में दांतों की देखभाल के अलग-अलग तरीके होते हैं, जो मरीज की ज़रूरतों के अनुसार होते हैं।
Why Choose a Career in Dentistry?
दंत चिकित्सा (Dentistry) देखभाल में करियर चुनने के कई फायदे हैं जैसे अच्छा वेतन, स्थिरता, और लोगों के जीवन में सुधार लाने का मौका। भारत और विदेशों में डेंटिस्टों की काफी मांग होती है, जिससे यह एक स्थिर और संतोषजनक करियर विकल्प बनता है।
Educational Path to Become a Dentist
दाँतों का डॉक्टर (Dentist) बनने के लिए कुछ विशेष कोर्स और योग्यताएं पूरी करनी होती हैं। इसके लिए मुख्य कोर्स बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (BDS) है। लेकिन BDS में दाखिला लेने से पहले 12वीं कक्षा में कुछ संबंधित विषयों का होना आवश्यक है।
अगर आप डेंटिस्ट्री में जाना चाहते हैं तो 12वीं कक्षा में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी (PCB) विषय लेना जरूरी है। इन विषयों में अच्छे अंक लाना आवश्यक है क्योंकि BDS प्रोग्राम में दाखिला प्रतिस्पर्धात्मक होता है।
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Understanding the BDS Course
BDS का पूरा नाम बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी है। यह एक आधारभूत डिग्री है जो आपको एक प्रैक्टिसिंग डेंटिस्ट बनने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल प्रदान करती है। BDS कोर्स में आपको दांतों से जुड़ी बीमारियों के कारण और उनके उपचार के तरीके सिखाए जाते हैं।
BDS Course Duration and Structure
BDS कोर्स आमतौर पर 5 साल का होता है—4 साल की पढ़ाई और 1 साल की अनिवार्य इंटर्नशिप। इंटर्नशिप के दौरान छात्रों को व्यावहारिक प्रशिक्षण मिलता है, जिसमें वे अनुभवी डेंटिस्ट के साथ मिलकर मरीजों का इलाज करना सीखते हैं।
Eligibility Criteria for BDS
BDS प्रोग्राम के लिए योग्य होने के लिए:
- 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी को मुख्य विषय के रूप में पास करना अनिवार्य है।
- इन विषयों में न्यूनतम 50% अंक होना जरूरी है।
BDS में एडमिशन कैसे लें?
BDS प्रोग्राम में एडमिशन लेने के तीन मुख्य तरीके हैं:
- NEET के माध्यम से: 12वीं के बाद, NEET (नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट) दें। NEET में अच्छे अंक प्राप्त कर आप टॉप सरकारी और निजी कॉलेजों में दाखिला ले सकते हैं।
- सीधा प्रवेश: कुछ निजी कॉलेज NEET में कम अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को सीधा प्रवेश देते हैं।
- प्रवेश परीक्षा: कुछ कॉलेज अपनी खुद की प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं। एडमिशन से पहले संबंधित कॉलेज की वेबसाइट पर इसकी जानकारी लें।
Top Colleges for BDS in India
भारत के कुछ प्रतिष्ठित कॉलेज जहां BDS कोर्स होता है:
- मणिपाल कॉलेज ऑफ डेंटल साइंसेज, कर्नाटक
- डॉ. डी. वाई. पाटिल विद्यापीठ, पुणे
- सविता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड टेक्निकल साइंसेज, चेन्नई
- मौलाना आजाद इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंसेज, दिल्ली
- SRM डेंटल कॉलेज, चेन्नई
- श्री रामचंद्र इंस्टिट्यूट ऑफ हायर एजुकेशनल एंड रिसर्च, चेन्नई
- JSS डेंटल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, मैसुरू कर्नाटका
- MS रमैया यूनिवर्सिटी ऑफ एप्लाइड साइंस, बेंगलुरु
Fee Structure for BDS Course
BDS की पढ़ाई का खर्च अलग-अलग हो सकता है:
- सरकारी कॉलेज: फीस आमतौर पर कम होती है, जो ₹3 से ₹4 लाख के बीच हो सकती है।
- निजी कॉलेज: फीस ₹5 से ₹25 लाख के बीच हो सकती है। सटीक जानकारी के लिए संबंधित कॉलेज की वेबसाइट चेक करें।
Career Opportunities After BDS
BDS पूरी करने के बाद कई करियर विकल्प उपलब्ध हैं:
- सरकारी अस्पताल: डेंटिस्ट सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में नौकरी पा सकते हैं।
- निजी अस्पताल: कई निजी अस्पताल डेंटिस्ट को आकर्षक पैकेज पर भर्ती करते हैं।
- निजी क्लिनिक: निजी क्लिनिक खोलना एक अच्छा विकल्प है, जो आपको अधिक स्वतंत्रता और बेहतर कमाई का अवसर प्रदान करता है।
Salary Expectations for Dentists
डेंटिस्ट के शुरुआती वेतन काम करने के स्थान पर निर्भर करते हैं:
- सरकारी अस्पताल: मासिक वेतन ₹60,000 से ₹70,000 तक होता है।
- निजी अस्पताल: वेतन सरकारी अस्पताल के समान ही होता है।
- निजी क्लिनिक: कमाई मरीजों की संख्या और सेवाओं पर निर्भर करती है, जो ₹50,000 से ₹60,000 तक हो सकती है।
Scope for Dentists Abroad
दाँतों के डॉक्टर (Dentist) की मांग विशेष रूप से यूरोपीय और पश्चिमी देशों में बहुत अधिक है। यदि आपके पास आवश्यक प्रमाणपत्र हों तो आप विदेशों में भी अच्छे अवसर पा सकते हैं और भारत की तुलना में अधिक कमा सकते हैं।
Challenges in the Dental Profession
डेंटिस्ट्री में कुछ चुनौतियां भी होती हैं:
- उच्च शिक्षा लागत: BDS कोर्स की फीस विशेष रूप से निजी कॉलेजों में अधिक होती है।
- मरीज प्रबंधन: अलग-अलग मरीजों की जरूरतों और अपेक्षाओं को संभालना कठिन हो सकता है।
- कार्य-जीवन संतुलन: इस पेशे की मांग कभी-कभी व्यक्तिगत समय को प्रभावित कर सकती है।
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निष्कर्ष
दंत चिकित्सा (Dentistry) में करियर चुनना एक फायदेमंद और आर्थिक रूप से लाभकारी हो सकता है। उचित मार्गदर्शन और समर्पण के साथ इच्छुक डेंटिस्ट एक सफल करियर बना सकते हैं। यह एक विस्तृत क्षेत्र है जिसमें सरकारी और निजी अस्पतालों में काम करने के साथ-साथ खुद का क्लिनिक खोलने और विदेश में काम करने के विकल्प भी हैं।
FAQs
- BDS का पूरा नाम क्या है?
- BDS का पूरा नाम बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी है, जो डेंटिस्ट बनने के लिए आवश्यक मुख्य डिग्री है।
- BDS कोर्स पूरा करने में कितने साल लगते हैं?
- BDS कोर्स में 5 साल लगते हैं, जिसमें 4 साल की पढ़ाई और 1 साल की इंटर्नशिप शामिल है।
- BDS में दाखिले के लिए NEET अनिवार्य है?
- हां, ज्यादातर कॉलेज NEET स्कोर के आधार पर एडमिशन देते हैं, लेकिन कुछ निजी कॉलेज सीधे प्रवेश भी देते हैं।
- भारत में डेंटिस्ट का शुरुआती वेतन कितना होता है?
- शुरुआती वेतन ₹50,000 से ₹70,000 प्रति माह के बीच होता है, यह सेक्टर पर निर्भर करता है।
- क्या BDS करने के बाद विदेश में प्रैक्टिस कर सकते हैं?
- हां, सही प्रमाणपत्र और योग्यता के साथ, BDS ग्रेजुएट कई देशों में प्रैक्टिस कर सकते हैं, खासकर यूरोप और उत्तरी अमेरिका में।